आज हम आपको PCOD Full Form in Hindi के बारे में बताने वाले है अक्सर कई बार आपने PCOD के बारे में पढ़ा और सुना होगा लेकिन ज्यादातर लोगो को इसके बारे में पता नही होता की आखिर यह होता क्या है और इसका पूरा नाम क्या होता है तो ऐसे में यह जानकारी आपके लिए बेहद ही उपयोगी सबित हो सकती है इसमें हम आपको PCOD से जुडी बेहद ही खास जानकारी बताने वाले है.

PCOD Full Form in Hindi

PCOD को लेकर अक्सर लोगो के मन में कई प्रकार के सवाल होते है क्युकी उन्हें इसके बारे में विशेष जानकारी नही होती हालांकि आपको PCOD क्या होता है, इसके लक्षण कौन कौनसे होते है और इसका इलाज क्या है इसके बारे में पता होना अनिवार्य है इससे जुडी विस्तृत जानकारी के लिए PCOD Full Form in Hindi आर्टिकल को ध्यान से पढ़े ताकि आपको इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके.

PCOD Full Form in Hindi

यह महिलाओं में होने वाली एक कॉमन समस्या है व यह समस्या अक्सर महिलाओं के हार्मोनल असंतुलन के कारण होती है जिस महिला को PCOD की समस्या होती है उसके शरीर में एण्ड्रोजन का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है और अंडाशय में सिस्ट बनने बनने लग जाते है इससे जुडी अन्य जानकारी बताने से पहले हम आपको इसके पुरे नाम के बारे में बता रहे है जो की निम्न प्रकार से है.

  • PCOD Full Form in English – Polycystic Ovarian Disease
  • PCOD Full Form in Hindi – पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग

एक मनुष्य के शरीर को सही प्रकार से कार्य करने के लिए पुरुष और महिला दोनों हार्मोन की आवश्यक होती है लेकिन कई बार पीसीओडी के कारण महिलाओं में पुरुष हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है जिसके कारण महिलाओ में अंडाशय से जुडी समस्या उत्पन्न होने लगती है.

पीसीओडी के मुख्य कारण क्या है

किसी भी महिला में पीसीओडी की समस्या होने के कई मुख्य कारण होते है ऐसे में आपको इसके मुख्य कारण पता होने आवश्यक है हम आपको कुछ मुख्य कारण बता रहे है जिसके कारण किसी भी महिला को पीसीओडी की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है इसके मुख्य कारण निम्न प्रकार से होते है.

अस्वस्थ्य जीवनशैली के कारण

अगर किसी भी महिला की जीवनशैली अच्छी नही है या उसकी जीवनशैली अस्वस्थ्य है तो इसके कारण भी महिलाओं में पीसीओडी की समस्या होने लग जाती है अगर आप पीसीओडी की समस्या से खुद का बचाव करना चाहती है तो इसके लिए आपको अपनी जीवनशैली पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए और एक बेहतरीन जीवनशैली अपनाने का प्रयत्न करना चाहिए ताकि आप किसी भी समस्या से खुद का बचाव कर सके.

गलत खानपान के कारण

अगर आपका खानपान सही नही है तो इसके कारण भी पीसीओडी की समस्या होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है इसलिए आपको अपने खानपान पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए और आपको जितना हो सके उतना जंक फ़ूड और फ़ास्ट फ़ूड का सेवन करने से बचना चाहिए यह आपके स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है,

अगर आप ज्यादा मसालेदार और तली हुई चीजो का सेवन नही करते तो इससे आप काफी हद तक पीसीओडी की समस्या से खुद का बचाव कर पायेगी एवं जितना हो सके उतना आपको पोष्टिक आहार लेने का प्रयत्न करना चाहिए इससे आप पीसीओडी की समस्या से खुद का बचाव कर पायेगे और आपको कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होगे.

शारीरिक गतिविधि ना करना

अगर आप शारीरिक गतिविधि नही करते तो इसके कारण भी आपको पीसीओडी की समस्या हो सकती है जो महिलाए हद से ज्यादा आराम करती है और कामकाज में इतना ज्यादा ध्यान नहीं देती या ज्यादा घूमना फिरना नही करती तो इसके कारण उन महिलाओं को पीसीओडी की समस्या होने लग जाती है एवं प्रजनन से जुडी सामस्या का सामना करना पड़ सकता है.

पीरियड्स का असंतुलित होना

अगर किसी भी महिला के पीरियड्स सही वक्त पर नही आते तो इसके कारण भी पीसीओडी की समस्या देखने के लिए मिल सकती है जिन महिलाओं के पीरियड्स समय से पहले या समय के बाद आते है या प्रतिमाह पीरियड्स नही आते तो इसके कारण भी उन महिलाओ को पीसीओडी से जुडी समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है इसलिए हर एक महिला को अपने पीरियड्स को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए.

आनुवंशिक के कारण

अक्सर ज्यदातर महिलाओं को आनुवंशिक के कारण पीसीओडी की समस्या का सामना करना पड़ता है यह जन्मजात समस्या होती है जो किसी भी महिला के जन्म के समय से होती है यह समस्या माता पिता के कारण उनकी संतान में देखने के लिए मिल सकती है मुख्यत इसके कारण पीसीओडी होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है.

पोषक तत्वों की कमी से

कोई भी महिला पोषक तत्वों का सेवन नही करती तो इसके कारण उस महिला में पीसीओडी की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है अक्सर ज्यादातर महिलाए पोषक तत्वों की कमी से पीसीओडी का शिकार हो जाती है अगर आप इस समस्या से खुद बचाव करना चाहती है तो इसके लिए आपको पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना चाहिए और जितना हो सके उतना आपको हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए इससे आप बेहद ही आसानी से पीसीओडी की समस्या से खुद का बचाव कर पायेगी.

मोटापे के कारण

अगर कोई महिला मोटापे की समस्या से ग्रसित है या किसी महिला का वजन बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है तो यह भी पीसीओडी की समस्या उत्पन्न कर सकता है मोटापे के कारण यह समस्या होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है ऐसे में आपको अपने वजन पर नियंत्रण रखना बेहद ही आवश्यक है इसके लिए आप चाहे तो नियमित रूप से एक्सरसाइज या योगा कर सकती है इससे आपको काफी ज्यादा फायदा देखने के लिए मिलेगा.

धुम्रपान करने से

अगर कोई महिला ज्यादा धुम्रपान करती है या ज्यादा शराब का सेवन करती है तो इसके कारण उस महिला को पीसीओडी से जुडी समस्या का सामना करना पड़ सकता है अगर किसी भी महिला को धुम्रपान करने की आदत है या शराब पीने की आदत है तो उसे जल्दी ही यह आदत छोड़ देनी चाहिए इससे आप बेहद ही आसानी से पीसीओडी की समस्या से खुद का बचाव कर पाएगी.

पीसीओडी के मुख्य लक्षण

हाल में हर एक व्यक्ति को पीसीओडी के लक्षण पता होने आवश्यक है खासकर महिलाओं को इसके लक्षण विशेष रूप से पता होने चाहिए इससे आप पीसीओडी की पहचान कर सकते है जिस महिला को पीसीओडी की समस्या है उस महिला में निम्न प्रकार के लक्षण देखने के लिए मिल सकते है.

  • बहुत तेजी से वजन का बढ़ना
  • बालो का पतला होना
  • नींद ना आना एवं अनिद्रा की समय
  • बालो का समय से पहले झाड़ना
  •  लगातार सरदर्द होना
  • गुप्तांगो में दर्द होना
  • ब्लड प्रेशर का बढ़ना
  • चहरे पर मुहांसे होना
  • बार बार ज्यादा थकान महसूस होना
  • पीरियड्स में अनियमितता होना
  • बार बार अचानक मूड बदलना
  • त्वचा का तैलीय होना
  • चहरे पर नए बाल उगने लगना
  • अन्य हार्मोन का असंतुलित होना
  • बांझपन की समस्या होना

निम्न प्रकार के लक्षण पीसीओडी से ग्रसित महिला में देखने के लिए मिल सकते है अगर किसी भी महिला को निम्न प्रकार के लक्षण देखने के लिए मिल रहे है तो उस महिला को पीसीओडी से जुडी समस्या हो सकती है.

पीसीओडी का इलाज

अगर किसी महिला को पीसीओडी से जुडी समस्या है तो वो महिला कई तरीको से इस बीमारी से निजात पा सकती है इसके लिए हम आपको कुछ सबसे आसान और खास तरीके बताने वाले है इन्हें अपनाने के बाद आप बेहद ही कम समय में पीसीओडी की समस्या को दूर कर सकते है इसके लिए आप हमारे बताये गये तरीके ध्यान से पढ़े और उन्हें फॉलो करें.

संतुलित आहार ले

अगर आप पीसीओडी की समस्या से निजात पाना चाहती है तो इसके लिए आपको संतुलित आहार लेना अनिवार्य है यह आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है एवं इससे आपको जल्दी ही बेहतर परिणाम मिलने शुरू हो जाते है इसके लिए आपको दूध, दही, घी, पनीर, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, फल फ्रूट्स, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करना चाहिए यह स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा फायदा फायदेमंद साबित होते है और इससे पीसीओडी की समस्या भी जल्दी ठीक हो जाती है.

तनाव से बचकर रहे

पीसीओडी की समस्या से राहत प्राप्त करने के लिए आपको जितना हो सके उतना तनाव से बचकर रहना चाहिए अगर आप तनाव लेना कम कर देती है तो इससे आप कई प्रकार की बिमारियों से खुद का बचाव कर पायेगी इसके लिए जितना हो सके उतना आपको तनाव से बचकर रहना चाहिए एवं अपने दिमाग को शांत रखना चाहिए इससे आपको काफी ज्यादा फायदा देखने के लिए मिलेगा और जल्दी ही पीसीओडी की समस्या ठीक हो जाएगी अगर आप चाहे तो तनाव से बचने के लिए योगा और एक्सरसाइज भी कर सकते है इससे आपको काफी अच्छा रिजल्ट देखने के लिए मिलेगा.

फाइबरयुक्त भोजन लेने का प्रयत्न करें

अगर आप नियमित रूप से फाइबरयुक्त भोजन का सेवन करे है तो इससे आपको स्वास्थ्य से जुड़े कई प्रकार के लाभ देखने के लिए मिल सकते है इसके लिए आपको मटर, नाशपाती, ब्राउन राइस, मक्का, अलसी के बीज, फूलगोभी, पत्ता गोभी, संतरा, केला, बादाम, अंजीर, सेब, प्याज आदि का सेवन करना चाहिए इसके साथ ही आप हरी सब्जियों और फल फ्रूट्स का सेवन करना भी शुरू कर सकते है इससे आपको कई प्रकार के लाभ देखने के लिए मिल सकते है और पीसीओडी की समस्या भी जल्दी ठीक हो जाती है.

फ़ास्ट फ़ूड और जंक फ़ूड से परहेज करें

पीसीओडी की समस्या से  निजात पाने के लिए आपको कई चीजो से परहेज करना चाहिए इसके लिए आप फ़ास्ट फ़ूड और जंक फ़ूड का सेवन करना बंद कर दे और आपको ज्यादा मसालेदार और तली हुई चीजो का सेवन करने से बचना चाहिए इसके साथ ही जितना हो सके उतना आप बाहर का खाना खाने से बचे इससे आपकी पीसीओडी की समस्या जल्दी ठीक हो जाएगी.

प्रतिदिन घुमने की आदत डाले

पीसीओडी की समस्या को दूर करने के लिए आपको प्रतिदिन घुमने की आदत डालनी चाहिए अगर आप नियमित रूप से घूमना फिरना शुरू कर देते है तो इससे आपके शरीर में रक्त का संचार सही प्रकार से होने लगता है एवं आप चाहे तो नियमित रूप से योगा करना भी शुरू कर सकते है पीसीओडी की समस्या से राहत पाने के लिए योगा करना काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होता है और जल्दी ही आपको पीसीओडी की समस्या से राहत प्राप्त होती है.

धुम्रपान और नशा करना बंद करें

जो महिलाए किसी धुम्रपान करती है या किसी भी प्रकार का नशा करती है उन्हें पीसीओडी की समस्या है तो उन महिलाओं को इस बिमारी से निजात पाने के लिए धुम्रपान करने से बचना चाहिए और किसी भी प्रकार की नशे की लत है तो उसे छोड़ने का प्रयत्न करना चाहिए क्युकी नशा छोड़ने के बाद ही आप पीसीओडी की समस्या से राहत प्राप्त कर पायेगे इसलिए पीसीओडी की समस्या होने पर यह तरीका काफी ज्यादा कारगर माना जाता है.

हमेशा एक्टिव रहने का प्रयास करें

किसी भी महिला को पीसीओडी की समस्या है तो उस महिला को हमेशा एक्टिव रहने का प्रयत्न करना चाहिए आप जितना ज्यादा एक्टिव रहती है उतनी ही आसानी से पीसीओडी की समस्या दूर होने लगती है इसलिए आप हमेशा खुद को एक्टिव रखने का प्रयत्न करे इसके साथ ही आप चाहे तो घर के काम करना भी शुरू कर सकती है इससे जल्दी ही पीसीओडी की समस्या दूर होने लग जाती है.

इस आर्टिकल में हमने आपको PCOD Full Form in Hindi के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके भी बता सकते है.

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